Friday 29 May 2015

प्राचीन भारत में रेप का स्थान...

प्राचीन भारत के इतिहास में स्त्रियों के साथ छ्ल किया जाता था पर रेप नही.... किसी भी पुस्तक में रेप का विवरण नही मिलता ।। रेप का प्रचलन मुगलों के आने के बाद मिलने लगा।
इसीलिए मुग़ल के आने के बाद स्त्रियों की सुरक्षा के लिए हिंदुओं ने मुस्लिम के यहाँ प्रचलित पर्दा प्रथा अपनाया।
प्राचीन वेदों और धर्मग्रन्थो में पर्दा प्रथा का कोई विवरण नही मिलता हे। भारत में ईसा से 500 वर्ष पूर्व लिखे गए इतिहास में पर्दा प्रथा का कोई जिक्र नही था।।
अपने रामायण महाभारत आदि में माता सीता, कुंती आदि को परदे में नहीं देखा होगा , अजंता खजुराहो में कलाकृतियों में भी बिना परदे के महिला दिखती हे।
धर्मशास्त्र का इतिहास पुस्तक में पेज क्रमांक 336 में सबसे पहले पर्दा महाकाव्य में मिलता हे। वो भी केवल राज घरानों के लिए,
यहाँ तक की गाव की स्त्रियाँ भी बिना परदे के रहती थी।
धर्म
शास्त्र के इतिहास पुस्तक 337 पर पर्दा प्रथा के दो कारन थे
1-महिला की सुरक्षा
2-हिन्दू स्त्री की सुरक्षा के लिए मुस्लिम महिला के पर्दा रखने के नियम को अपनाना हिन्दू द्वारा।

आज हम दुनिया में रेप पीड़ित राष्ट्र के नाम से जाने जाते हैं.

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